Friday, 14 September 2018

**तीज पर एक गीत**
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आ गया है तीज का त्यौहार सखियाँ झूमती
डाल कर झूला ख़ुशी से आज सब हैं झूलती
आ गया है तीज का त्यौहार सखियाँ झूमती 2
पाँव में महावर लगा के हाथ मेहँदी से रचा
आ गई बेला मिलन की गाल पी के चूमती
डाल कर झूला ख़ुशी से आज सब हैं झूलती
आ गया है तीज का त्यौहार सखियाँ झूमती -2
लाल पीला और नीला वस्त्र पहने हैं सभी
नाचती गाती ख़ुशी से पाँव न ठहरे कभी
हर नज़र हैं आज केवल बस उन्हीं को घूरती
डाल कर झूला ख़ुशी से आज सब हैं झूलती
आ गया है तीज का त्यौहार सखियाँ झूमती -2
चल रही है आज ठंडी और कोमल ये पवन
कर रहीं हों आज जैसे प्रेम से अपना मिलन
प्रेम में होकर मगन वो रीत सारी भूलती
डाल कर झूला ख़ुशी से आज सब हैं झूलती
आ गया है तीज का त्यौहार सखियाँ झूमती-2
संजय कुमार गिरि

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