Monday 27 August 2018

हाल जिसको भी सुनाया मैंने अपनी जिंदगी का 
हाँ उसी ने पीठ पर खंज़र चलाया दुश्मनी का 
संजय कुमार गिरि
ग़ज़ल 
नहीं होता कभी लफड़ा हमारा
न करते तुम अगर चर्चा हमारा
लिखा इक शे'र था हमने ख़ुदी से
वो' जांचा और था परखा हमारा
असर होता नहीं अब शाईरी का
रहा जब से नहीं ज़ज्बा हमारा
नज़र में तो थे हम दिलवर सभी के
बदल के रख दिया रुतवा हमारा
नज़र लग जाए ना "संजय" किसी की
महकता ही रहे गुंचा हमारा
संजय कुमार गिरि

Friday 24 August 2018

स्वैच्छिक दुनिया 22 August 2018 को एक गीत प्रकाशित हुआ हार्दिक आभार मित्र राजीव मिश्र जी आपका 


Wednesday 22 August 2018

गीतिका
देश हित के लिए खेलती बेटियाँ
दाँव पर दाँव अब जीतती बेटियाँ
देखिये देश में अब पदक ला रहीं
बढ़ धरा से गगन चूमती बेटियाँ
आन को मान को देश की शान को
हर मुसीबत से हैं जूझती बेटियाँ
बेटियों पर पिता को हुआ नाज़ अब
लग पिता के गले झूलती बेटियाँ
खूबसूरत सुमन सी लगे हैं सदा
बन के खुशबू यहाँ महकती बेटियाँ
घर चलो लौट कर तुम न देरी करो
राह में बस यही सोचती बेटियाँ
आप 'संजय' सदा नेह देना इन्हें
हाथ सर पर सदा माँगती बेटियाँ
संजय कुमार गिरि
ग़ज़ल

सूरज जैसा जलना होगा 
कुंदन जैसा तपना होगा 

राह मिले यदि काँटों की तो
हँस कर उस पर चलना होगा

हिम्मत से तुम खुद को जीतो
तब ही पूरा सपना होगा

खुद को अटल बना अब सबके
दिल में हम को बसना होगा

बाधाएं आती हैं आयें
तूफ़ानों से लड़ना होगा

कहता संजय हित की बातें
ध्यान लगाकर सुनना होगा

संजय कुमार गिरि
गर्वित भारत डेली न्यूज पेपर

Tuesday 21 August 2018

दिन प्रति दिन में प्रकाशित -


Monday 20 August 2018

अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में काव्य संध्या 

संजय कुमार गिरि 
नई दिल्ली ,पूर्व प्रधानमंत्री, प्रखर वक्ता , साहित्यकार भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में क्रिस्टल पैलेस होटल वसुंधरा ग़ाज़ियाबाद में एक श्रद्धांजलि सभा और काव्य संध्या का आयोजन अखिल भारतीय साहित्य परिषद ग़ाज़ियाबाद द्वारा 
किया गया जिसके संयोजक गाज़ियाबाद के प्रसिद्ध कवि चेंतन आनंद थे । अटल जी को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की गई। काव्य संध्या की अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद ग़ाज़ियाबाद की अध्यक्ष श्रीमती मीरा शलभ ने की। मंच का शानदार संचालन सुपरिचित कवयित्री सुश्री ममता लड़ीवाल ने अपने लाजबाब अंदाज़ में किया। l तीन दर्जन से अधिक कवि एवं कवियत्रियों ने अपना शानदार काव्य पाठ कर श्र्ध्य अटल जी को आपकी काव्यांजलि समर्पित की। कार्यक्रम का सुन्दर संयोजन ग्लोबल वैश्य समाज और अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने संयुक्त रूप से किया।








Sunday 19 August 2018

विश्व फोटोग्राफी दिवस पर मेरी खुदी से ली हुई मेरी पसंदीदा तस्वीर

विकट परथति में डॉक्टरों पर जानलेवा हमले क्यों   लेखक संजय कुमार गिरि देश में इस विकट समस्या से आज हर नागरिक जूझ रहा है और न चाहते हुए भ...