Sunday 30 December 2018

भारतीय साहित्यिक विकास मंच द्वारा काव्य संध्या का आयोजन
************************************************************
संजय कुमार गिरि
नई दिल्ली , 29 दिसंबर, 2018 को हिंदी भवन, दिल्ली में भारतीय साहित्यिक विकास मंच द्वारा आयोजित ख़ूबसूरत काव्य संध्या का आयोजन जनाब सीमाब सुल्तानपुरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, काव्य संध्या में मुख्य अतिथि रहे प्रमोद शर्मा 'असर' और विशिष्ट अतिथि के रूप में आचार्य मायाराम पतंग ,साहित्यकार रामकिशोर उपाध्याय ,शायर तरुणा मिश्रा एवं राम अवतार बैरवा का सानिध्य मिला। सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा माँ शारदे की प्रतिमा के समुख दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित करने के उपरांत कवियत्री माधुरी स्वर्णकार ने अपनी मधुर वाणी से सरस्वती वंदना की ..! कार्यक्रम की शुरुआत मच के अध्यक्ष श्री गुरचरन मेहता 'रजत' , उपाध्यक्ष फ़ैज़ बदायुनी साहब, महासचिव ममता लड़ीवाल, कोषाध्यक्ष माधुरी स्वर्णकार , संयुक्त सचिव जगदीश मीणा और मीडिया प्रभारी संजय गिरि ..द्वारा अतिथियों के स्वागत एवं सम्मान से हुई .
लगभग चार घण्टे चली इस काव्य गोष्ठी में कवियों द्वारा बहुत ही उम्दा गज़लें एवं कविताओं का मधुर पाठ हुआ। जनाब सीमाब सुल्तानपुरी साहेब की ग़ज़लों ने गोष्ठी को शिखर पर पहुंचाया । युवा कवि एवं साहित्यकार मनोज कामदेव ने बहुत शानदार दोहा पाठ किया !
मनोज कामदेव ,सूक्ष्मलता महाजन , ए एस अली खान , राजेन्द्र महाजन , मनीष मधुकर , अनिमेष शर्मा, मनोज बेताब , यशपाल सिंह 'कपूर', तीरथराज यादव , अंजुम ज़ाफ़री का भी सम्मान मंच द्वारा पटका एवं पुष्पमाला पहना कर किया गया। साथ ही माधुरी जी के काव्य संग्रह 'उद्गम से संगम तक' का विमोचन भी कार्यक्रम में हुआ...! इसके अतिरिक्त 'एक्शन इंडिया' पत्रिका का विमोचन भी हुआ। इस सुअवसर पर चित्रकार एवं कवि संजय कुमार गिरि ने गुरचरन मेहता जी का ख़ूबसूरत स्केच बना कर उन्हें भेंट किया।
दिल्ली और दिल्ली के आसपास से आय लगभग 35 कवि एवं कवियत्रियों ने अपना बेहद शानदार काव्य पाठ किया जिनमें प्रमुख थे
भूपेंद्र राघव सुमित अग्रवाल , गोपाल गुप्ता , सोनू शर्मा 'भानू' , बबली वशिष्ठ , रोहिताश्व मिश्र अनहद 'गुँजन' अग्रवाल , चेतना कपूर , सुंदर सिंह, राम लोचन , अख़्तर गोरखपुरी , आशीष सिन्हा 'क़ासिद' , डॉ मोहम्मद शाहिद , वसुधा कनुप्रिया ,संजीव सक्सेना , सुशील शैली , उदय प्रताप द्विवेदी , भूपिंदर कौर , सलीम सुहानवी ने...सभी सम्मानित अतिथियों ने भी काव्य पाठ से कार्यक्रम में चार चांद लगाए। राघव की सुपुत्री काव्या राघव ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। जितेंद्र प्रीतम जी, दीपक भारतवासी , जावेद अब्बासी , विनीता मेहता , रंजना , सरोज सिंह , पवन कुमार तोमर सहित कई रचनाकारों ने कार्यक्रम में शिरकत कर के हमें प्रोत्साहित किया।
संस्था के अध्यक्ष श्री गुरचरन मेहता 'रजत' जी, उपाध्यक्ष फ़ैज़ बदायुनी साहब, महासचिव ममता लड़ीवाल, कोषाध्यक्ष माधुरी स्वर्णकार जी, संयुक्त सचिव जगदीश मीणा जी, मीडिया प्रभारी संजय गिरि ..सभी ने अपनी अपनी भूमिका अच्छे से निभाई और कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाए रखा। जिसकी सभी आगंतुक रचनाकारों ने सराहना की। संस्था के संरक्षक श्री विजय स्वर्णकार जी ने शहर से बाहर होने की वज़ह से अपनी शुभकामनाएं वहीं से प्रेषित की।
कार्यक्रम का शानदार मंच संचालन कवियत्री ममता लड़ीवाल ने..बहुत ख़ूबसूरती के साथ किया जिनका साथ दिया गुरचरन मेहता 'रजत' ने.!











नवांकुर साहित्य सभा द्वारा ने अपना छठा वार्षिकोत्सव एवं सम्मान-समारोह,
संजय कुमार गिरि ,नयी दिल्ली नवांकुर साहित्य सभा द्वारा ने अपना छठा वार्षिकोत्सव एवं सम्मान-समारोह, 29 दिसम्बर 2018 को,चाँदनी चौक, दिल्ली स्थित, दिल्ली पब्लिक लाईब्रेरी के अमीर खुसरो सभागार में आयोजित किया । समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ-कवि एवं आकाशवाणी के पूर्व उपमहानिदेशक डाॅ. लक्ष्मीशंकर वाजपेयी ने की ।सर्वश्री- महेशचन्द शर्मा, डाॅ. लोकेश शर्मा, डाॅ. हरिसिंह पाल ,दोहाकार नरेश शांडिल्य, शशिकान्त एवं समोद सिंह चरौरा जी का विशिष्ट सान्निध्य इस आयोजन को प्राप्त हुआ । सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा माँ शारदे की प्रतिमा के समुख दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित करने के उपरांत संस्थाध्यक्ष अशोक कश्यप द्वारा सुमधुर स्वर में की गई सरस्वती-वन्दना के साथ ये कार्यक्रम आरम्भ हुआ ।
डाॅ. चन्द्रमणि ब्रह्मदत्त और श्रीमति सरोज शर्मा को वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान तथा सुश्री कल्पना शुक्ला व ओमप्रकाश शुक्ल को साहित्यकार-सम्मान प्रदान किया गया ।इस सुअवसर पर चित्रकार संजय कुमार गिरि ने संस्था के अध्यक्ष अशोक कश्यप एवं साहित्यकार प्रेम बिहारी मिश्र का सुन्दर पेन्सिल स्केच भेंट किया !
सर्वश्री जगदीश भारद्वाज, प्रेमबिहारी मिश्रा, ओमप्रकाश प्रजापति, मनीष मधुकर, रामश्याम हसीन, जगदीश मीणा, ओम सपरा, विनयशील चतुर्वेदी, घमण्डीलाल अग्रवाल, कृष्णा जैमिनी, सुरेशपाल वर्मा जसाला,
कमलेश कौशिक, संध्या प्रहलाद को साहित्य सेवा सम्मान 18 से सम्मानित किया गया !
दिल्ली एन सी आर से आये शताधिक रचनाकारों ने अपना शानदार काव्य पाठ किया, और इस कार्यक्रम की सफलता का द्योतक बनी । व्यवस्था-प्रबन्धन में सर्वश्री के. शंकर सौम्य, इमरान अंसारी कंचन, सरिता जैन, रीटा जयहिन्द तथा संजय गिरि की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही ।कार्यक्रम का कुशल संचालन युवा कवि एवं पत्रकार जितेन्द्र प्रीतम ने अपने लाजबाब अंदाज़ में किया !








Thursday 27 December 2018

आप सभी मित्र सादर आमंत्रित हैं  --

"बच्चे,
कैसे पलेंगे इस गरीबी में"
--------------------------
"आज बहुत ठण्ड है जी "
ठिठुरते हुए लक्खी ने 
अपनी पत्नी कुंती से कहा ,
ठण्ड का मौसम है तो
ठण्ड तो लगेगी ही न '
क्यों बाहर निकलते हो ?
ठण्ड लग जायेगी '
डॉ.ने भी तो यही कहा था न
कि,आराम करना है ,
काम बाद में करना ,
पहले ठीक हो जाओ ,
काम का क्या है
वह तो होता ही रहेगा ,
"जान है तो जहान है" !
बीबी ने डांट कर
समझाते हुए .लक्खी से .कहा
कहा ,किन्तु ,
वह उसकी बात को अनसुना
कर धीरे से कुछ बुदबुदाता हुआ
बाहर निकलकर अपने
प्रिये रिक्शे की गद्दी पर
प्यार की दो थपकी देता
सड़क पर सवारी लेने को
निकल पड़ा !
और इधर कुंती की आँखों से
ओझल होता चला गया !
बस उसके कानो में
देर तक गूंजते रह गए
यह शब्द--
""" बच्चे
कैसे ,पलेंगे इस गरीबी में"""
मैं घर बैठ गया तो ........
---संजय कुमार गिरि

Friday 21 December 2018

मैं  ये चाहता हूँ के अपने जीते जी कुछ ऐसा कर जाऊं के इस दुनिया से जाने के बाद भी लोगों की यादों में जिंदा रह सकूँ ,
संजय कुमार गिरि 
एक सच्ची अपने मन की बात बताऊँ जिनके पास काबिलियत होती है उन्हें किसी अवार्ड की जरूरत नहीं ,उनकी योग्यता ही उनका सबसे बड़ा परुस्कार होती है ,आवार्ड के मिलने का मजा तभी है जब किसी व्यक्ति को स्वयम ही न पता हो की उसे सम्मानित किया जाएगा ,और एकदम से अचानक से उसका नाम पुकारा जाए ,उस पल की ख़ुशी ही अलग होती है ,इससे सम्मानित व्यक्ति और सम्मान करने वाला दोनों की महत्वता बढ़ जाती है ,
संजय कुमार गिरि

Tuesday 18 December 2018

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से प्रकाशित हिंदी अखबार "एक्शन इंडिया " "वूमेन एक्सप्रेस " एवं "रेड हैंडेड"तीनो में एक साथ यह ख़बर प्रकाशित हुई



Saturday 15 December 2018


मेरा परिचय

नाम -संजय कुमार गिरि
पिता का नाम- श्री धनुषधारी गिरि
माँ का नाम - -श्रीमति सुशीला देवी
जन्मतिथि -27 जून 1975
जन्म स्थान ..---नई दिल्ली
शिक्षा- स्नातक (हिन्दी)
कॉलेज ..पी.जी .डी.ऐ. वी .(संध्या) कॉलेज ,दिल्ली यूनिवर्सिटी
तकनीकी शिक्षा-पेंटर (स्केचिंग,फाइनआर्ट )
सम्प्रति :-G4S SCURITY OFFICERS ( supervisor) ,ट्रू मीडिया पत्रिका एवं समर सलिल पत्रिका में संवाददाता !
मीडिया प्रभारी -
युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
नवांकुर साहित्य सभा
भारतीय विकास समिति
माँ हंस वाहिनी साहित्यिक मंच

घर का पता ---जे -288/3, गली न 12, करतार नगर ,दिल्ली - 53
दूरभाष ---9871021856

विशेष -
दिल्ली/NCR की साप्ताहिक साहित्यिकी पर विशेष न्यूज़ आकाशवाणी दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ चैनल से ।

साहित्यिक सम्मान -

(१) मद्ये-निषेध निदेशालय दिल्ली सरकार द्वारा वर्ष 1996-97 में
आयोजित गीत ,कविता प्रतियोगिता में प्रोत्साहन पुरस्कार एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री साहिब सिंह वर्मा द्वारा सम्मानित।
(2) "गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान 2017 युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच दिल्ली ,पत्रकारिता में सम्मानित !
(3) "साहित्य कमल" --युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच दिल्ली ,द्वारा वर्ष 2016 में पत्रकारिता में सम्मानित !
4) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल सम्मान ,2017 युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच दिल्ली
5) "साहित्य प्रहरी" ----सुप्रभात मंच द्वारा सम्मानित ,( वर्ष 2015)
6) "मुक्तक रत्न "---मुक्तक लोक मंच द्वारा सम्मानित ( वर्ष 2016)
7 ) "कविता गौरव "--कविता लोक मंच द्वारा सम्मानित ,बागपत ( वर्ष 2015)
8) "साहित्य गौरव "----काव्यशील मंच, दिल्ली ,दिल्ली( वर्ष 2017)
9) "साहित्य साधना सम्मान" --तरंग साहित्यिक मंच ,कानपुर (वर्ष 2017)
10) "मुक्तक भूषण सम्मान" "हिंदी दिवस के सुअवसर पर -मुक्तक-लोक मंच द्वारा (वर्ष 2017)
11) मेजर वीरेंद्र सिंह स्मृति सम्मान 2018 युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच
दिल्ली ,


पत्र पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित रचनाएँ एवं साहित्यिक खबरें :-----
ट्रू मिडिया पत्रिका (दिल्ली) , समर सलिल पत्रिका (लखनऊ) ,साहित्य सरौज साहित्यिक पत्रिका (गहमर ),दिन-प्रतिदिन दैनिक सांध्य (अम्बाला ), विजय न्यूज ,समाचार पत्र (दिल्ली ),वीमेन एक्सप्रेस (दिल्ली ), ,RedHainded समाचार पत्र (दिल्ली ),समय जगत समाचार पत्र (भोपाल ),एक्शन इंडिया ( दिल्ली )आज समाज(गुडगाँव ),स्वैक्छिक दुनिया (कानपुर ),जन सामना (कानपुर ) आदि !

मुख्यवेबसाइट- http://giriarts.blogspot.com /कलम का सफ़र
ई-मेल-sanjaygiri75@gmail.com

Wednesday 12 December 2018

*क्षणिका* 
पिता की "नज़र" 
डबडबाई हुई, 
लगा आज बेटी 
"पराई " हुई !
*
गिरा लड़खड़ाके
बहुत जोर से ,
दिखी चोट दिल पे
जो "खाई "हुई !!
*
उसे जान से भी
अधिक थी प्रिय ,
चली आज बेटी
"विदाई"हुई !!!
*
संजय कुमार गिरि

Tuesday 11 December 2018

Friday 7 December 2018






 7 दिसम्बर को आकाशवाणी भवन, नई दिल्ली में.
दिल्ली/NCR की साप्ताहिक साहित्यिक गतिविधियों(2 दिसम्बर से 9 दिसम्बर) पर रिपोर्ट पढते हुए l इसे 9 दिसम्बर सुबह 7.30 बजे आकाशवाणी दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ चैनल 366.3 मीटर अर्थात 819 किलो. पर सुना जा सकेगा ।

Thursday 6 December 2018

नमस्कार मित्रों ,समय बहुत तेज़ी से निकलता जा रहा है और हम कभी -कभी समय से बहुत पीछे छूटते चले जाते हैं इतने पीछे की रोज की भागा दौड़ में हम अपने शुभ चिंतकों को ही भूल बैठते हैं बस अपनी जरूरतों को पूरा करने में ही जुटे रहते हैं वर्ष का अंतिम माह चल रहा है और कुछ दिन उपरान्त नव वर्ष आने वाला है आपने नव वर्ष पर अनेको कामनाएं सोच रखी होंगी उन्हें अवश्य पूरा भी कीजिये किन्तु अपनों के साथ मिलजुल कर अपने परिवार में बुजुर्गों के साथ बैठ कर उनके सानिध्य में नव वर्ष का आनंद लीजिये ,मित्रों यह शताब्दी अपने 18 वर्ष पूर्ण कर 19 वर्ष में प्रवेश करने जा रही है इसका जोरदार स्वागत करें यह नव वर्ष आपके लिए ख़ास बने नया वर्ष नए अरमान नए लक्ष्य नए सपनों के साथ सुन्हेरे भविष्य की शुरुआत बने नूतन वर्ष आप सभी के लिए मंगलकारी हो मेरी इस कामना के साथ ----
दीप जला कर प्रेम से ,करूँ वंदना आज !
मात पिता के चरण में ,पूरण हो हर काज !!
संजय कुमार गिरि
 कानपुर से प्रकाशित "जनसामना" अख़बार में प्रकाशित हुई एक कविता -

विकट परथति में डॉक्टरों पर जानलेवा हमले क्यों   लेखक संजय कुमार गिरि देश में इस विकट समस्या से आज हर नागरिक जूझ रहा है और न चाहते हुए भ...