एक सच्ची अपने मन की बात बताऊँ जिनके पास काबिलियत होती है उन्हें किसी अवार्ड की जरूरत नहीं ,उनकी योग्यता ही उनका सबसे बड़ा परुस्कार होती है ,आवार्ड के मिलने का मजा तभी है जब किसी व्यक्ति को स्वयम ही न पता हो की उसे सम्मानित किया जाएगा ,और एकदम से अचानक से उसका नाम पुकारा जाए ,उस पल की ख़ुशी ही अलग होती है ,इससे सम्मानित व्यक्ति और सम्मान करने वाला दोनों की महत्वता बढ़ जाती है ,
संजय कुमार गिरि
संजय कुमार गिरि
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